ऑर्थोपेडिक चिकित्सा विभाग में सहयोगी सेवाएं विभिन्न प्रकार की उपचार और सहायक तकनीकों के माध्यम से मरीजों की मदद करती हैं। इन सेवाओं में सबसे महत्वपूर्ण भाग हैं Orthosis और Prosthesis, और S.T.E.P.P. टेस्ट (Stride Test Evaluation for Plantar Pressure) जो विशेष रूप से फ्लैट फुट (Flat Foot) की जांच के लिए उपयोग होता है।
Orthosis
Orthosis, जिसे ऑर्थोटिक डिवाइसेस भी कहा जाता है, शारीरिक अंगों को सहारा देने, संरेखित करने, रोकने या सुधारने के लिए उपयोग किए जाते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य अंगों की कार्यक्षमता को बढ़ाना और दर्द या असुविधा को कम करना है। Orthosis निम्नलिखित परिस्थितियों में उपयोगी होते हैं:
- शारीरिक संरेखण में सुधार: असामान्य अंग संरेखण को सुधारने के लिए।
- दर्द में कमी: जोड़ों, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द को कम करने के लिए।।
- गतिशीलता में सुधार: चलने-फिरने और अन्य शारीरिक गतिविधियों में मदद करने के लिए।।
- सुरक्षा: चोट से बचाने के लिए अंगों को स्थिर रखना।
Prosthesis
Prosthesis, कृत्रिम अंग या उपकरण होते हैं, जो शरीर के खोए हुए अंगों को बदलने के लिए उपयोग किए जाते हैं। इसका उद्देश्य व्यक्ति को सामान्य जीवन जीने में मदद करना है, जिसमें वे अपनी दैनिक गतिविधियों को बिना किसी बाधा के कर सकें। Prosthesis निम्नलिखित परिस्थितियों में उपयोगी होते हैं:
- अंगों का प्रतिस्थापन: दुर्घटना, बीमारी या जन्मजात कारणों से खोए हुए अंगों का प्रतिस्थापन।
- सौंदर्य और कार्यात्मक सुधार: शरीर के सामान्य रूप और कार्य को पुनः स्थापित करना।।
- सामान्य जीवन में वापसी: व्यक्ति को अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करना।
Orthosis और Prosthesis के प्रकार
Orthosis के प्रकार:
- स्पाइनल ऑर्थोसिस: रीढ़ की हड्डी को संरेखित और स्थिर करने के लिए।
- लोअर लिंब ऑर्थोसिस: पैर और घुटने के संरेखण और समर्थन के लिए।
- अपर लिंब ऑर्थोसिस: हाथ और कंधे के समर्थन के लिए।
Prosthesis के प्रकार:
- अपर लिंब प्रॉस्थेसिस: हाथ और कंधे के लिए कृत्रिम अंग।
- लोअर लिंब प्रॉस्थेसिस: पैर और घुटने के लिए कृत्रिम अंग।
- कोस्मेटिक प्रॉस्थेसिस: चेहरे या अन्य शरीर के अंगों का सौंदर्यपूर्ण प्रतिस्थापन।
S.T.E.P.P. Test (Stride Test Evaluation for Plantar Pressure) For Flat Foot
S.T.E.P.P. टेस्ट एक विशिष्ट परीक्षण है, जिसका उद्देश्य पैरों के नीचे के दबाव (Plantar Pressure) का मूल्यांकन करना है। यह परीक्षण विशेष रूप से फ्लैट फुट (Flat Foot) की जांच के लिए उपयोग किया जाता है। फ्लैट फुट की समस्या में पैर के आर्च का अभाव होता है, जिससे पैर की सामान्य संरचना और कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
S.T.E.P.P. टेस्ट के लाभ:
- प्लांटर प्रेशर की सही जांच: पैरों के नीचे के दबाव को मापकर समस्या का सटीक पता चलता है।
- फ्लैट फुट की पहचान: फ्लैट फुट के स्तर और गंभीरता का मूल्यांकन किया जा सकता है।
- उपचार की योजना: परिणामों के आधार पर मरीज के लिए उपयुक्त ऑर्थोटिक डिवाइस या उपचार योजना बनाई जा सकती है।
- गतिशीलता में सुधार: टेस्ट के परिणामों के आधार पर उपयुक्त उपचार से मरीज की चलने-फिरने की क्षमता में सुधार किया जा सकता है।
क्यों चुनें हमारे सेवाएं
हमारा विभाग अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञता के साथ ऑर्थोसिस, प्रॉस्थेसिस, और S.T.E.P.P. टेस्ट जैसी सेवाएं प्रदान करता है। हमारे अनुभवी चिकित्सक और तकनीशियन मरीजों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार उपकरणों और परीक्षणों को डिजाइन और कार्यान्वित करते हैं, जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार होता है।
हमारा लक्ष्य है मरीजों को अधिक सक्रिय और आत्मनिर्भर बनाने में मदद करना, ताकि वे अपने दैनिक कार्यों को आसानी से कर सकें और जीवन का आनंद ले सकें।
- इसका उपचार सर्जरी या कैस्टिंग द्वारा किया जा सकता है।